सदियों से धार्मिक आस्था का प्रतीक रहीं मारकण्डा और घग्घर नदियां हिमाचल प्रदेश के ‘काला अम्ब’, ‘नालागढ़ तथा बद्दी-बरोटीवाला’ औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा आसपास बसे शहरों के मल-जल के प्रदूषण से इतनी प्रदूषित हो चुकी हैं कि अब इनके पानी में स्नान करना या उसे पशुओं को पिलाना तो दूर इस पानी को सिंचाई के लिए प्रयोग करना भी मुश्किल है। हालांकि ये दोनों ही बरसाती नदियां हैं और इनमें केवल वर्षा ऋतु में ही ज्यादा पानी बहता है। परन्तु पहाड़ी क्षेत्र से उद्गम होने के कारण थोड़ा-थोड़ा पानी इनमें वर्ष भर बहता रहता है।
मारकंडा और घग्घर में अब पानी की जगह है हिमाचल का कचरा
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